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Rajnandgaon News: 10 लैब अटेंडेंट को बना दिया गया व्याख्याता, अब पा रहे प्राचार्य के समकक्ष वेतन, डीपीआई ने मंगाई रिपोर्ट

Rajnandgaon News: 10 लैब अटेंडेंट को बना दिया गया व्याख्याता, अब पा रहे प्राचार्य के समकक्ष वेतन, डीपीआई ने मंगाई रिपोर्ट
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Shiksha Vibhag 

By Sandeep Kumar

राजनांदगांव। राजनांदगांव से अलग होकर बने नवगठित जिले मानपुर मोहला अंबागढ़ चौकी में शिक्षा विभाग (टी) में बड़ी गफलत सामने आई है। 10 लैब टेक्नीशियन( विज्ञान सहायक) को पदोन्नत करके सहायक शिक्षक बना दिया गया और फिर लगातार नियमानुसार पदोन्नति भी दी गई।

पूरा मामला 2004 का है। अन्य पात्र अभ्यर्थियों की शिकायत के बाद 2006 में सभी 10 शिक्षकों की पदोन्नति निरस्त करने के आदेश दिए गए थे। अधिकारियों के द्वारा उदासीनता बरतने या यूं कहें मामला दबा लेने के चलते आज नियम विरुद्ध पदोन्नति पाए गए सभी 10 विज्ञान सहायक व्याख्याता बन प्राचार्य के समकक्ष ग्रेड पे (5600) का वेतन पा रहे हैं।

2004 में राजनांदगांव जिले के मानपुर मोहला अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के ट्राइबल संवर्ग के 10 विज्ञान सहायकों को पदोन्नति देकर सहायक शिक्षक बना दिया गया। पात्र शिक्षकों ने जब इसकी शिकायत की तब जिला कलेक्टर ने इसकी जांच करवाई। जिसमें पदोन्नति नियमों के विपरीत पदोन्नति देना पाया गया। 2006 में ही पदोन्नति निरस्त करने के आदेश जारी किए गए थे। पर पदोन्नति पाये सभी शिक्षक ट्राइबल डिपार्टमेंट के थे इसलिए मामला आदिम जाति कल्याण विभाग को भेजा गया। आदिम जाति कल्याण विभाग ने विभागीय स्तर पर दूसरी बार जांच करवाई जिसमें भी नियम विरुद्ध पदोन्नति देने की पुष्टि हुई। जिसके बाद आदिम जाति विभाग ने भी इन 11 पदोन्नति पाए गए शिक्षकों की पदोन्नति निरस्त करने के आदेश जारी किए है। मगर मामले में यह पेंच फंस गया कि जिन अपात्र कर्मियों को पदोन्नति दी गई थी उनके नाम ही सार्वजनिक नहीं किए गए जिसके चलते उनकी पदोन्नति निरस्त करने की कार्यवाही पेंडिंग हो गई।

पूरा मामला डीपीआई सुनील जैन के संज्ञान में आया जिसके बाद उन्होंने मोहला मानपुर के डीईओ को सारे अपात्र कर्मियों के दस्तावेजों का परीक्षण कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। डीपीआई के निर्देश मिलने के बाद मोहला-मानपुर-अंबागढ़ जिले के जिला शिक्षा अधिकारी केके बंजारा ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। कमेटी नियम विरुद्ध प्रमोशन पाए 11 शिक्षकों के दस्तावेजों का परीक्षण कर रही है। जांच पूरी होने के बाद जांच कमेटी संपूर्ण दस्तावेजों व अपने अभिमत के साथ डीईओ के माध्यम से डीपीआई को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट मिलने के बाद अपात्र शिक्षकों की पदोन्नति निरस्त करने के साथ ही वेतन के रूप में दी गई राशि की भी वसूली की जाएगी। वर्तमान में यह शिक्षक व्याख्याता के पद पर पदस्थ है और 5400 ग्रेड पे के हिसाब से वेतन पा रहे हैं।

इन शिक्षकों के दस्तावेजों की हो रही जांच

राजेश कुमार शुक्ला, लक्ष्मीराम देवांगन, चंद्रशेखर ठाकुर, हीरालाल कोसरे, पुरुषोत्तम लाल देवांगन, गिरेंद्र कुमार साहू,देवेंद्र कुमार देवांगन, शेखर साहू, धर्मेंद्र सारस्वत, कमलेश कुमार गोस्वामी का नाम है।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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